यूईएम जयपुर ने "आर्टिफिशल इंटेलिजेंस - वरदान या अभिशाप" पर एक संगोष्ठी का किया आयोजन


चोमू /जयपुर (स्मार्ट समाचार)
 यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट (यूईएम), जयपुर ने 14 अगस्त, 2023 को सुबह 10.30 बजे से अकादमिक बिल्डिंग- I, यूईएम कैंपस, जयपुर के बेसमेंट सभागार में "आर्टिफिशल इंटेलिजेंस - वरदान या अभिशाप" पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता डेटा इंजिनियस ग्लोबल लिमिटेड के सीईओ और संस्थापक डॉ. अजय डेटा रहे। डॉ. डेटा ने "आर्टिफिशल इंटेलिजेंस" के विभिन्न उपयोगों और जनता के सामान्य जीवन में इसके व्यापक उपयोग पर विस्तार से बताया। उन्होंने छात्रों को एआई आधारित मॉडलों और अनुप्रयोगों के उपयोग से संबंधित अच्छी और सबसे खराब योजनाओं के बारे में जानकारी दी।


कार्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र के उद्योग जगत के नेताओं के साथ "नैतिक और जिम्मेदार एआई: लाभकारी भविष्य की राह पर चलना" पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गयी। पैनल डिस्कशन कार्यक्रम में मुकेश चौधरी- संस्थापक एवं सी.ई.ओ. साइबरॉप्स, मनीष कुमावत -आरएसएम यूएस एलएलपी में प्रबंधक, पुलिस ट्रेनर, प्रतीक अग्रवाल, इन्फोओब्जेक्ट्स इंक में टीम लीड, मुनेश जादौन- सीईओ जेडनेट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, डॉ एन सी निठारवाल- निदेशक - जनकल्याण एंड जे के हॉस्पिटल, अभिषेक गोयल- सोशलवेन्स के संस्थापक और सीटीओ एवं पैनल मॉडरेटर - प्रो. (डॉ.) विश्वजॉय चटर्जी, कुलपति, यूईएम जयपुर रहे। 

उक्त सेमिनार में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के शिक्षकों के साथ-साथ इंजीनियरिंग और अन्य पाठ्यक्रमों के 300 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। उन्होंने संगोष्ठी की सराहना की और अपने कई प्रश्नों का समाधान किया। इस सेमिनार का फोकस उस प्रभाव के विश्लेषण पर होगा जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, 3डी प्रिंटिंग, ब्लॉकचैन और क्रिप्टोग्राफी, रोबोटिक्स, मेटावर्स आदि का असर जॉब मार्केट पर पड़ेगा। यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नेटवर्किंग के लिए एक उत्कृष्ट मंच भी प्रदान करेगा।  

सेमिनार के साथ ही इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी आयोजित की गयी जिसमे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एआर/वीआर, रोबोटिक्स, आईओटी, 3डी प्रिंटर, ड्रोन आदि पर आधारित प्रोजेक्ट प्रदर्शित किए गए। 

कार्यक्रम में प्रो डॉ प्रदीप कुमार शर्मा -रजिस्ट्रार, प्रो डॉ अनिरुद्ध मुख़र्जी -डीन व अनेको विभागों के प्रमुखो के साथ साथ शिक्षक व स्टाफ के सदस्य उपस्थित रहें।