सिर्फ घोषणाएं करना सरकार की आदत बन चुकी है- रामलाल शर्मा

चौमूं। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने विधानसभा सत्र के दौरान बजट बहस पर अपने मन की अभिव्यक्ति को व्यक्त करते हुए कहा कि "धरती जल उठी है आसमां बाकी है, सूखे कुए तेरा इंतिहान बाकी है, समय पर बरस जाना हे मेघा, किसी का मकान गिरवी है तो किसी का कर्ज बाकी है।


 उन्होंने सरकार के बजट पर तंज कसते हुए कहा कि बजट में कर प्रस्ताव को छोड़कर कुल 251 बिंदु है जिसमें से 47 बिंदु जोधपुर के हैं बल्कि विधानसभा क्षेत्र चौमूँ के लिए बजट में सिर्फ सामोद को पर्यटन स्थल से जोड़ने के लिए एक लग्जरी बस दी गई है, इसके अलावा पूणर्तः चौमूं विधानसभा की उपेक्षा की की गई है। विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि 2019 के बजट के दौरान प्रदेश में मिलावट को रोकने के लिए एक ऑथोरिटी बनाने की घोषणा की थी परंतु अब 2021 के बजट में निदेशालय बनाकर मिलावट रोकने का काम करने की घोषणा की गई है, परंतु वास्तविकता में सरकार मिलावट को रोकने में नाकाम साबित हुई है। पिछले बजट में सरकार की घोषणा अनुसार प्रत्येक जिला स्तर पर लैबोरेट्री खोलने की बात कही गई थी परंतु सरकार ने आज तक कितनी लैबोरेट्री खोलने का काम किया और लेबोरेट्री के अंदर कितने सैंपल की जांच कर कितने लोगों को सजा दिलाने का काम किया? उन्होंने गुटखों पर लगी रोक को चंद दिनों बाद हटा देने पर सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस तरह गुटखों को बंद और चालू करने का खेल राजस्थान के अंदर खेला गया, वह एक जांच का विषय है। राजस्थान की भोली-भाली जनता को ठगने का काम राज्य की सरकार कर रही है। 

सिर्फ घोषणा करने का काम सरकार कर रही है, धरातल के ऊपर सरकार का कुछ भी नजरिया देखने को नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार दावा करती है कि हम संवेदनशील, पारदर्शी एवं जवाबदेही है, लेकिन पूरे बजट भाषण के दौरान साइबर क्राइम को रोकने का कोई जिक्र नहीं किया गया। साथ ही उन्होंने पेट्रोल-डीजल के अभाव में आए दिन खड़ी रहने वाली पुलिस की गाड़ियों की बात करते हुए कहा कि बजट में पुलिस विभाग को इस बजट से एक पैसा देने की घोषणा नहीं की गई। पुलिस के पास अपराध को रोकने के लिए संसाधनों का अभाव है और आप बजट में झूठी घोषणा करके वाहवाही लूटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बजरी माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए इस बजट में कोई बात नहीं की गई है और पूर्व में आपने बजरी माफियाओं को रोकने के लिए जो चौकी स्थापित करने की बात कही थी परंतु अभी तक एक भी चौकी बनाने का काम नहीं किया गया। प्रदेश में कानून व्यवस्था, महिला उत्पीड़न, बलात्कार, गैंगवार, सूदखोरों के खिलाफ कानून बनाने सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।

 विधायक शर्मा ने प्रदेश की आशा सहयोगिनिओं की बात करते हुए कहा कि कई दिनों से आशा सहयोगिनियाँ अपने 2700 रुपये के मानदेय को बढ़ाने के लिए आंदोलनरत हैं और अपनी वेतन विसंगतियों को लेकर पटवारी भी अपनी मांग कर रहे हैं परंतु इस बजट में भी इनको नजरअंदाज किया गया। उन्होंने सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि जब आप विपक्ष में बैठा करते थे, तो आप के वर्तमान शिक्षामंत्री कहा करते थे कि आपने प्रदेश में 20 हजार स्कूले बंद कर दी, अब गरीब बच्चों को क्या होगा? परंतु मैं अब पूछना चाहता हूं कि अगर हमने स्कूले बंद कर दी थी तो आप 50 स्कूलें ही खोलने की बात क्यों कर रहे हो। उन्होंने स्कूलों में पोषाहार बनाने वाली महिलाओं के वेतन और गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने की बात भी कही और 100 स्कूलों के क्रमोन्नत करने की बात तो आपने बजट में की, परंतु आपने पिछले 2 सालों में शिक्षकों की पदोन्नति को क्यों रोक दिया? साथ ही बेरोजगार युवाओं की बात करते हुए कहा कि आपने 75 हजार भर्ती की अलग-अलग विभागों में करने की घोषणा की थी परंतु एक भी भर्ती पूरी नहीं करवाई गई। उन्होंने जैतपुरा में रीको की जमीन को जेडीए के नाम नामांतरण खोलने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उद्योग मंत्री जी दो साल पूर्व अतिक्रमण हटाने की बात कही थी, परंतु अभी तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया। उन्होंने कहा कि मंत्री जी आप सहनशील मंत्री हो, लेकिन आपको सहनशीलता से थोड़ा उग्र होना पड़ेगा, तब आपके अधिकारी आपकी सुनेंगे।

 विधायक शर्मा ने मारवाड़ी कहावत कहते हुए कहा कि बात का धणी होना जरूरी है, इसलिए आप शीघ्र अतिक्रमण हटाने का काम करें। उन्होंने साथ ही अंबेडकर भवनों पर सरकार की रोक, अन्नपूर्णा रसोई योजना, खाद्य सुरक्षा पोर्टल बंद, चौमूँ से दूदू मेगा हाईवे का काम आदि मुद्दों को पुरजोर तरीके से उठाया और अंत में उन्होंने परिवहन विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार पर सरकार को आड़े हाथों लिया।