चौमु (स्मार्ट समाचार) राजस्थान शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सम्पूर्ण लाॅकडाउन को लेकर महाविद्यालय, विद्यालय व कोचिंग सेंटर बंद किया हैं। तो ऐसे समय घर में बच्चें , प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए स्वाध्याय का उपयुक्त समय हैं । सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए व लाॅकडाउन का पूर्ण पालन करने के लिए एक अच्छी बात है। कि समय का सदुपयोग अध्ययन व स्वाध्याय को दिया जाए।
राजस्थान के जयपुर जिले के चौमु तहसील से खास बातचीत में व्याख्याता मुकेश मीणा (हाटवाल) ने बताया कि एक विद्यार्थी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं। पहले अध्ययन के लिए आपको अपने घर में जहां आप हैं । अनुकूल स्थान व पाठ्यक्रम के अनुसार पाठ्य सामग्री का सही चयन कर लें । और अध्ययन में जुट जाएं । अध्ययन के लिए जुट जाना बेहतर कल के लिए वर्तमान का सही उपयोग हैं । विद्यार्थियों को जहां अपनी पुस्तकों को पढ़ना हैं।वहीं विषय विशेषज्ञों के द्वारा विभिन्न साइट्स पर व यूट्यूब पर विषय सामग्री उपलब्ध कराई गई है । उनका भी उपयोग किया जा सकता है। कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखा जा सकता है । पढ़ाई के लिए उपयुक्त वक्त सबसे अच्छा वह होता हैं जब आप के मन मस्तिष्क व शरीर में आलस्य नहीं हो । इसके लिए सबसे पहले अपने आप को सकारात्मक बनाए व जब भी पढ़ने बैठें पूर्ण मन, मस्तिष्क को एकाग्र करके बैठे । यह भी ध्यान रहे आप पढ़ने के लिए बैठे हैं पूर्ण ईमानदारी के साथ ।
पढाई हमेशा बैठ कर ही करें टेबिल कुर्सी या स्टूल का उपयोग हो तो बेहतर होगा , बिस्तर पर लेट कर बिलकुल भी न पढ़े । लेटकर पढने से पढ़ा हुआ दिमाग में बिलकुल नही जाता , बल्कि नींद आने लगती है । पढ़ने के दौरान किसी यंत्र , टीवी व हौ-हल्ला से दूरी रखें ।पढाई के समय मोबाइल स्विच ऑफ़ कर दे या साईलेंट मोड में रखे , पढ़ने के दौरान महत्वपूर्ण विषय वस्तु को लिखते भी जाये इससे आपकी एकाग्रता भी बनी रहेगी ।दोहरान की प्रक्रिया भी अपनानी हैं।कोई भी विषय बिंदुओं को समझने का प्रयास करें । रटने की प्रवृत्ति से बचे । शार्ट नोट्स जरुर बनाये ताकि वे परीक्षा के समय काम आये । पुराने प्रश्न पत्रों के आधार पर महत्वपूर्ण टोपिक को छांट ले और उन्हें अच्छे से तैयार करे l विद्यार्थियों व प्रतियोगियों का स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा । संतुलित भोजन करें , ऐसा भोजन करने से बचें जिसके खाने से स्वास्थ्य खराब होने की आंशका रहे । अधिक भोजन भी नहीं करना हैं । क्योंकि ज्यादा भोजन करने से असमय नींद और आलस्य आता है , जबकि कम भोजन से पढने में मन नही लगता है ,और थकावट, सिरदर्द आदि समस्याएं होती है इसलिए विद्यार्थियों के लिए संतुलित आहार व व्यायाम बहुत जरूरी है।
पढाई में कंप्यूटर या इन्टरनेट की मदद ले सकते है । समय प्रबंधन का पूर्ण ध्यान रखें । आवश्यकता पर शिक्षकों से मोबाइल से बात कर आप दिशानिर्देश व मार्गदर्शन ले सकते हैं । लाक डाउन के समय का पूर्ण सदुपयोग करें । शिक्षा ही हमारे उत्थान का मार्ग है लक्ष्मण रेखा में रहते हुए हम विद्यार्थी व प्रतियोगी अपने धर्म का पालन करें । किसी भी विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की शिक्षा के प्रति समस्या हो विद्यार्थी संपर्क कर सकते हैं- 94615 87325 !