गांव के मालिक सरपंच ने लिख कर दिया लेटर और आगे पुलिस ने रोका, पुलिस के सामने बेबस हुआ सरपंच

हरमाड़ा थाना पुलिस और हुई सख्त 


कई वाहन चालकों के पास ग्राम पंचायतों से सरपंच से लिखें मिल रहे लेटर पैड


ग्राम पंचायतों के सरपंच अनाधिकृत रूप से जारी कर रहे अनुमति पत्र


हरमाड़ा थाना पुलिस ने किया कई वाहनों को सीज 


पुलिस अधिकारियों का कहना ग्राम पंचायत द्वारा नहीं लिखे जा  सकते ऐसे पत्र


राजावास/जयपुर(स्मार्ट समाचार)कोरोना वॉरियर्स लगातार 24 घंटे अपनी ड्यूटी दे रहे हैं । राज्य के अस्पतालों में  डॉक्टर व सडको पर पुलिस प्रशासन लगातार अपनी ड्यूटी दे  रही है।वही गांवो में भी पुलिस अपनी ड्यूटी लगातार दे रही है।  वही कुछ वाहन चालक ग्राम पंचायतों के सरपंच से अनाधिकृत रूप से अनुमति पत्र लिखा कर लेकर आ रहे हैं । जिनमें अलग-अलग बहाने लिखे होते हैं।  वही नियमानुसार ग्राम पंचायत अनुमति पत्र जारी नहीं कर सकती ।


थाना इंचार्ज रमेश सैनी का कहना है कि ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा ऐसे अनाधिकृत रूप से अनुमति पत्र नहीं लिखा जा सकता।  गौरतलब है कि रामपुरा डाबड़ी सरपंच शैलेश बोहरा द्वारा एक वाहन चालक का खाद्य सामग्री की दुकान होने का प्रमाण पत्र बनाया गया है । जो कि गलत है । वही कुछ दिनों पहले ही टाटियावास टोल प्लाजा पर एक मांस की सप्लाई करने वाली कार को भी पुलिस ने पकड़ा था।  जिसको भी इसी सरपंच द्वारा अनुमति पत्र जारी किया गया था । जिससे पुलिस ने कार से जप्त मांस को मिट्टी में दबा दिया था।  वही नयाबास के सरपंच द्वारा भी ऐसा अनुमति पत्र लिखा गया है।  जबकि साफ तौर पर समाचार पत्रों के माध्यम से भी लिखा गया है कि पुलिस प्रशासन की बिना अनुमति के कोई भी वाहन आ जा नहीं सकेंगे । वहीं टोडी मोड पर हरमाड़ा थाना पुलिस ने ऐसे कई वाहनों को सीज भी कर दिया।वही कई लोगो के पास तो दुकान भी नही बल्कि वो सरपंच से दुकान होने का प्रमाण पत्र लाल रहे है।