लॉकडाउन के फैसले में आमजन दे सरकार का साथ,अपने घरों में रहकर दी जा सकती है कोरोना को मात -चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर(स्मार्ट समाचार) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा कि देश और प्रदेश में कोरोना महामारी खतरनाक चरण में है। राज्य सरकार ने 22 से 31 मार्च तक लॉकडाउन किया है। उन्होंने कहा कि इससे आमजन को थोड़ी परेशानी जरूरी होगी लेकिन हर व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए ही सरकार ऎसे फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि आमजन सरकार के फैसले के साथ खड़ा रहे और कोरोना से बचाव के लिए अपने घरों में ही रहे, तब ही कोरोना को मात दे सकती है। डॉॅ शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ना बसें चलेंगी ना संस्थान खुलेंगे, सब सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। केवल आवश्यक वस्तुएं जैसे किराणा, दवा, बैंक आदि ही खुले रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक करोड़ लोग जो बीपीएल परिवार या राज्य बीपीएल से हैं उनको राज्य सरकार ने 5 किलो राशन निशुल्क देने का फैसला किया है। गरीब और झुग्गी झौपड़ियों में रहने वालों को भी यह लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि 78 लाख पेंशनधारियों को भी दो महीने के पैसे जारी करने, दिहाड़ी मजदूर और स्टीट वेंडर्स को भी फूड पैकेट्स देने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा किया गया है। मुख्यमंत्री ने निजी संस्थानों से अपील की गई है कि वे अपने यहां काम करने वाले लोगों को भी सवैतनिक अवकाश दे।
चिकित्सा मंत्री ने राजस्थान में अब तक 300 से ज्यादा से ज्यादा संदिग्ध लोग आए हैं, उनमें से 25 लोग कोरोना से पॉजीटिव हैं। इनमें से 3 मरीज ठीक हो गए हैं और 22 पॉजीटिव अलग-अलग जगह भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में 3 लाख से ज्यादा लोग संदिग्ध आए हैं और 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह फैल रहा है, वह चिंता की बात है। उन्होंने आमजन से यह अपील की है कि राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों के प्रति सकारात्मक रूख रखे। डॉ शर्मा ने कहा कि जैसे ही भीलवाड़ा और झुंझुनूं में कम्यूनिटी स्प्रेड होने लगा तो सरकार को कफ्र्यू लगाना पड़ा। उन्होंने कहा कि अभी कोरोना के सक्रंमण का तीसरा दौर है, जो कि बेहद खतरनाक है, इसीलिए सरकार को कठोर कदम उठाने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आमजन आत्मानुशासन में रहते हुए घरों में रहें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। बार-बार साबुन से हाथ धोएं, एक मीटर की दूरी पर रहे। जो लोग संदिग्ध है वे आइसोलेशन में रहे।