राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन का समापन आज

चोमूं (स्मार्ट समाचार)राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन भरतपुर के बी एस पब्लिक स्कूल सेवर में संपन्न हुआ। शिक्षक संघ के प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री मुकेश मीणा हाटवाल ने बताया कि सम्मेलन में दो दिन तक चले शैक्षिक मंथन एवं आपसी आचार विचारों के आदान-प्रदान के बाद विभिन्न शैक्षिक नवाचार, शिक्षक समस्याओं एवं शिक्षा में गुणात्मक सुधार कैसे आ सकता है इन विषयों पर गहन चिंतन, मनन एवं मंथन किया गया तथा प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजे गए। सम्मेलन के दौरान प्रमुख रूप से नवीन पेंशन योजना को बंद कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए स्थाई एवं पारदर्शी स्थानांतरण नीति तैयार करने, बकाया 5% महंगाई भत्ते की किस्त राजस्थान सरकार द्वारा अभिलंब दिए जाने, नवीन पेंशन योजना के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों को केंद्र के अनुरूप राजस्थान सरकार द्वारा अंशदान 10% से बढ़ाकर 14% करने, शिक्षकों को बीएलओ सहित गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने, पाठ्यक्रम में राजनीतिक दखलअंदाजी बंद कर राजस्थान का पाठ्यक्रम लागू करने एवं संगठन के मांग पत्र पर सरकार द्वारा प्रभावी कार्यवाही किए जाने संबंधी बातों पर जोर दिया गया  सामाजिक, शैक्षिक एवं पर्यावरण संरक्षण सरोकार के कार्यों में बढ़-चढ़कर के कार्य करने की अपील की।  संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए सामाजिक, शैक्षिक एवं पर्यावरण संरक्षण के सरोकारों की पूरे राजस्थान के कार्यकर्ताओं ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की। प्रदेश अध्यक्ष सियाराम शर्मा ने सभी कार्यकर्ताओं से एनपीएस सहित विभिन्न मांगों को लेकर होने वाले आंदोलन की रूपरेखा से सभी को अवगत कराते हुए कहा कि सभी पदाधिकारी अपने अपने जिले में ऐसे शिक्षकों से संपर्क करें जो एनपीएस के दायरे में आते हैं और उनसे यह वचन ले कि संगठन द्वारा उनके लिए किए जाने वाले आंदोलन में वे अपना भरपूर योगदान देंगे ।उन्होंने कहा कि जब तक 2004 के बाद में नियुक्त शिक्षक इस आंदोलन से पूरी तरह नहीं जुड़ेंगे तब तक एनपीएस की समस्या को सुलझाना संभव नहीं होगा ।उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि भले ही यह राष्ट्रीय मुद्दा हो लेकिन राजस्थान सरकार अपने कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने में सक्षम है ।क्योंकि वेतन राजस्थान सरकार के द्वारा दिया जाता है।  शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए पारदर्शी स्थानांतरण नीति बननी चाहिए, यह जो डिजायर सिस्टम है यह ठीक नहीं है तथा शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से दूर रखना चाहिए। तभी शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो सकता है तथा सभी ने एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने पर भी अपनी सहमति जताई। सम्मेलन के दौरान प्रांतीय कार्यकारिणी का चुनाव भी संपन्न हुआ । प्रदेश कार्यकारिणी में प्रशासनिक अध्यक्ष एवं मुख्य संरक्षक सियाराम शर्मा, अध्यक्ष ईश्वर दयाल शर्मा , मुख्य महामंत्री ललित पाटीदार, कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष भट्ट, महामंत्री बृजेंद्र शर्मा, कोषाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण स्वामी, सभाध्यक्ष अशोक पाराशर,उप सभाध्यक्ष सुरेश भारद्वाज, उप सभाध्यक्ष  महिला जय श्री चौरसिया,  महिला अध्यक्ष रितु शर्मा  व संघर्ष समिति के अध्यक्ष नवीन कुमार शर्मा व संस्कृत शिक्षा प्रदेशाध्यक्ष बनवारी लाल सैनी सहित अन्य पदाधिकारी चुने गए।